राजस्थान में स्थित देश में खारे पानी की सबसे बड़ी झीलों में से एक सांभर में 18 हजार पक्षियों की मौत के बाद एक बड़ा फैसला लिया गया है। खबरों के अनुसार क्षेत्र की एक हजार नमक उत्पादन इकाईयों को फिलहाल बंद कर दिया गया है साथ ही यहां से नमक का सप्लाय भी बंद कर दिया गया है। 18 हजार पक्षियों की मौत के इस मामले में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने नेशनल वेटलैंड अथॉरिटी, राजस्थान स्टेट वेटलैंड अथॉरिटी, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल और जयपुर जिला कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है।
जानकारी के अनुसार, घटना के बाद लवण निदेशालय ने आगामी आदेश तक इन इकाईयों से नमक की सप्लाई पर रोक लगा दी है। निदेशक पीयूष दास का कहना है कि नमक की जांच कराई जा रही है, फिलहाल नमक उत्पादन इकाईयों से नमक की सप्लाई पर रोक लगा दी गई है। इस रोक के बाद इन इकाईयों में काम करने वाले 25 हजार मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है।